अंतर्यात्रा --ये मेरा एक छोटा सा प्रयास है अपने भीतर की यात्रा पर चलने का .. हम सब बाहर की यात्रा पर चल रहे है .. कभी कभी थोडा सा समय ज़िन्दगी से चुराकर अपने भीतर की यात्रा पर चले... और ये यात्रा एक अध्यात्मिक यात्रा बन जायेंगी ... THE INNER JOURNEY IS A SMALL MOVEMENT BY ME TO TRAVEL INSIDE WHEN EVERYTHING ,ALL THE DOORS ARE CLOSED .. THIS INNER JOURNEY WITH THE SUPPORT OF SPIRITUALITY HELPS US TO FIND THE BETTER PERSON INSIDE US.
Sunday, November 21, 2010
आईये धन्यवाद दे.......!!!
आईये धन्यवाद दे अपनी माता पिता को जिन्होंने हमें जन्म दिया और हमें पाला पोसा .
फिर धन्यवाद दे धरती माता को जो हमारा भार सह रही है और हमें जीने के लिए संसाधन देती है.
फिर धन्यवाद दे नदियों को जो हमें पानी देते है.
फिर धन्यवाद दे खेतो को और किसानो को जो हमें अनाज देते है.
फिर धन्यवाद दे उन सभी पेड़ पौधों को और जड़ी बूटियों को जो हमें फल,फूल और औषधि देते है.
फिर धन्यवाद दे चन्द्रमा और तारो को जो की हमें रौशनी देते है , जब सुरज डूब जाता है.
फिर धन्यवाद दे सूरज को जो हम पर कृपा भाव रखकर हमें सिर्फ रौशनी देता है.
और सबसे अंत में धन्यवाद देवे उस परमपिता ईश्वर को जो बिना कहे ही हमारे दुखो को दूर करता है और हमें ज़िन्दगी जीने का एक महान अवसर देता है.
प्रणाम !!!!
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