जो इच्छा करिहो मन माही,
हरि प्रसाद कछु दुर्लभ नाही,
प्रभु के परम इच्छा और आशीर्वाद ही हमारे जीवन का सहारा है .
बस उनकी कृपा हमेशा हम सब पर बनी रहे.
बस उनकी कृपा हमेशा हम सब पर बनी रहे.
प्रणाम
विजय