Friday, November 23, 2012

प्रिय आत्मीय मित्रो , 
नमस्कार .

आज आपसे एक बात कहूँगा ....

जो भी कार्य करे होश में करे . एक awaken state of mind में करे. आप पायेंगे कि हर चीज और बेहतर हो गयी है . कार्य ऐसे न करे कि उसे किसी भी तरह से करना है . कार्य ऐसे करे कि , उस कार्य से प्रेम हो , उसे होश में करे, ध्यान देकर करे. आप पायेंगे , कि वो कार्य अचानक ही बहुत सुन्दर हो चला है . यही जीवन को जीने का सही ढंग है .

हरी ॐ तत्सत ! 
प्रणाम 
आपका अपना 
हृदयम

Thursday, November 1, 2012

सहजता और सरलता

प्रिय मित्रो , 

जीवन में सहजता और सरलता होनी चाहिए . हम अपने जीवन को जितना ज्यादा सरल और सहज बनायेंगे , जीवन उतना ही सुखमय होंगा .ये ही जीवन का मूल मन्त्र है . बस खुश रहिये , सहज रहिये . और जीवन के बहाव का आनंद लीजिये . 


आपका 

विजय