मेरे प्रिय आत्मन ;
नमस्कार , जैसे की अमिताभ बच्चन ने एक बार कहा था कि दुसरो की गलतियों से सीखे. क्योंकि हम इतने दिन नहीं जिंदा रह सकते है की उतनी गलतियां कर सके. आज की देशना यही है कि दोस्तों; हम ये समझे कि इस छोटे से जीवन में सीखना बहुत जरुरी है . और सीखने के लिए गलतियां बहुत जरुरी है . लेकिन हम अपने छोटे से जीवन में इतनी गलतियां तो नहीं कर सकते की उनसे सब कुछ सीख सके. हाँ , एक बात हो सकती है की हम दुसरो की गलतियों से सीखे तब ही हम अपने जीवन को संवार सकते है . और अपने जीवन को संवारना किसे अच्छा नहीं लगेंगा . गलतियां हम सभी करते है . लेकिन सीखते बहुत कम है. इसलिए सीखिए . जीवन में सीखना ही सबसे अधिक महत्वपूर्ण है.
प्रणाम
आपका
स्वामी प्रेम विजय
नमस्कार , जैसे की अमिताभ बच्चन ने एक बार कहा था कि दुसरो की गलतियों से सीखे. क्योंकि हम इतने दिन नहीं जिंदा रह सकते है की उतनी गलतियां कर सके. आज की देशना यही है कि दोस्तों; हम ये समझे कि इस छोटे से जीवन में सीखना बहुत जरुरी है . और सीखने के लिए गलतियां बहुत जरुरी है . लेकिन हम अपने छोटे से जीवन में इतनी गलतियां तो नहीं कर सकते की उनसे सब कुछ सीख सके. हाँ , एक बात हो सकती है की हम दुसरो की गलतियों से सीखे तब ही हम अपने जीवन को संवार सकते है . और अपने जीवन को संवारना किसे अच्छा नहीं लगेंगा . गलतियां हम सभी करते है . लेकिन सीखते बहुत कम है. इसलिए सीखिए . जीवन में सीखना ही सबसे अधिक महत्वपूर्ण है.
प्रणाम
आपका
स्वामी प्रेम विजय