Saturday, May 17, 2014

धोखा देना

मेरे आत्मीय मित्रो , 
आईये हम कोशिश करे कि इस धोखेबाजी से बचे . 
धोखा देना , वो चाहे खुद को हो या दुसरो को . हमेशा ही दुःख देना वाला ही होता  है .
आपका जीवन आपका है , इसे सँवारे , बेहतर बनाए , खुश रहे और अपने आपको जीवंत बनाए रखे . 
यही मेरी मंगलकामना है . 
प्रणाम 
आपका 
विजय 



जीवन कैसे जिया जाए !


मेरे आत्मीय मित्रो , 

हम हमेशा से जीवन को कैसे जिया जाए इस बारे में पढ़ते -सुनते रहते है . कई बार हम अमल करते है और कई बार बस अनसुना कर देते है . 
मेरा मानना है कि जीवन को अगर अर्थपूर्ण ढंग से अगर जिया जाए तो जीवन को जीने का आनंद अधिक हो जाता है . 
आईये जीवन को बेहतर बनाए . 
प्रणाम 
आपका 
विजय