मेरे आत्मन ,
आप सभी को मेरे प्रणाम
माफ़ करना इस संसार का सबसे श्रेष्ठ कार्य है . यदि आप किसी को क्षमा करते है तो इससे बड़ा व्यगतीगत दान , मेरी नज़र में कोई नहीं है .
माफ़ी देने से आप खुद को ही बेहतर करते/ पाते है . दुसरो की दगाबाजी , धोखेबाजी , या किसी भी अन्य प्रकार के छल, सिर्फ आपको मानसिक संताप देते है , जब तक कि आप उन सभी दुखो के लिए उस व्यक्ति को क्षमा नहीं कर देते.
आईये . एक स्वस्थ मन ,तन के लिए हम क्षमा का दान करे. उसकी राह पकडे.
धन्यवाद
ह्रदय से प्रेम भरे अलिंगनो के साथ आप सभी का .
विजय
आप सभी को मेरे प्रणाम
माफ़ करना इस संसार का सबसे श्रेष्ठ कार्य है . यदि आप किसी को क्षमा करते है तो इससे बड़ा व्यगतीगत दान , मेरी नज़र में कोई नहीं है .
माफ़ी देने से आप खुद को ही बेहतर करते/ पाते है . दुसरो की दगाबाजी , धोखेबाजी , या किसी भी अन्य प्रकार के छल, सिर्फ आपको मानसिक संताप देते है , जब तक कि आप उन सभी दुखो के लिए उस व्यक्ति को क्षमा नहीं कर देते.
आईये . एक स्वस्थ मन ,तन के लिए हम क्षमा का दान करे. उसकी राह पकडे.
धन्यवाद
ह्रदय से प्रेम भरे अलिंगनो के साथ आप सभी का .
विजय
1 comment:
its truth....
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