मित्रो ,
आप सभी को मेरे प्रणाम .
जीवन में गुरु का महत्व माता -पिता के सामान ही है . और एक ही जीवन में हम एक अथवा अनेक गुरुजनों से मिलते है और ज्ञान ग्रहण करते है . जीवन को एक सही दिशा देने में गुरु का ही सर्वोत्तम स्थान है . इस लिए तो कहा गया है कि :
||| गुरु ब्रम्हा गुरु विष्णु गुरु देव महेश्वर, गुरु साक्षात् परब्रह्म, तैस्मय: श्री गुरुवे नमः |||
और ये भी बात उतनी ही सत्य है कि :
ईश कृपा बिन गुरु नहीं, गुरु बिना नहीं ज्ञान ।
ज्ञान बिना आत्मा नहीं, गावहिं वेद पुरान ॥
आईये गुरु पूर्णिमा के इस पावन अवसर पर हम अपने अपने गुरुजनों को याद करे और उन्हें अपने प्रणाम अर्पित करे.
और हां , आप सभी तो मेरे गुरु है ही , मैं कुछ न कुछ आप सभी से सीखते रहता ही हूँ. इसलिए आप सभी को मेरे प्रणाम !
आपका जीवन शुभ हो .
आपका अपना
विजय
आप सभी को मेरे प्रणाम .
जीवन में गुरु का महत्व माता -पिता के सामान ही है . और एक ही जीवन में हम एक अथवा अनेक गुरुजनों से मिलते है और ज्ञान ग्रहण करते है . जीवन को एक सही दिशा देने में गुरु का ही सर्वोत्तम स्थान है . इस लिए तो कहा गया है कि :
||| गुरु ब्रम्हा गुरु विष्णु गुरु देव महेश्वर, गुरु साक्षात् परब्रह्म, तैस्मय: श्री गुरुवे नमः |||
और ये भी बात उतनी ही सत्य है कि :
ईश कृपा बिन गुरु नहीं, गुरु बिना नहीं ज्ञान ।
ज्ञान बिना आत्मा नहीं, गावहिं वेद पुरान ॥
आईये गुरु पूर्णिमा के इस पावन अवसर पर हम अपने अपने गुरुजनों को याद करे और उन्हें अपने प्रणाम अर्पित करे.
और हां , आप सभी तो मेरे गुरु है ही , मैं कुछ न कुछ आप सभी से सीखते रहता ही हूँ. इसलिए आप सभी को मेरे प्रणाम !
आपका जीवन शुभ हो .
आपका अपना
विजय
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