अंतर्यात्रा --ये मेरा एक छोटा सा प्रयास है अपने भीतर की यात्रा पर चलने का .. हम सब बाहर की यात्रा पर चल रहे है .. कभी कभी थोडा सा समय ज़िन्दगी से चुराकर अपने भीतर की यात्रा पर चले... और ये यात्रा एक अध्यात्मिक यात्रा बन जायेंगी ...
THE INNER JOURNEY IS A SMALL MOVEMENT BY ME TO TRAVEL INSIDE WHEN EVERYTHING ,ALL THE DOORS ARE CLOSED .. THIS INNER JOURNEY WITH THE SUPPORT OF SPIRITUALITY HELPS US TO FIND THE BETTER PERSON INSIDE US.
पिछले ३० सालो से एक बन्दे को समझने की कोशिश कर रहा हूँ .पर लगता है कि इस जन्म में उसे समझ नहीं पाऊंगा ! वो है कृष्ण !!!
कभी वो गोकुल का नटखट बालक है तो कभी वो महाभारत का निर्मम war moderator ! कभी वो राधा का निश्चल प्रेमी है तो कभी वो एक चालबाज राजनीतिक ! कभी वो मित्रो का मित्र है तो कभी वो दुश्मनों का दुश्मन ! कभी वो मानव है तो कभी भगवान !
वो अपने आप में एक रहस्यदर्शी है . उसे समझना असंभव है !!!
पर हाँ ,जब मैं उसका भक्त बनकर उसकी शरण में जाता हूँ तो सारे द्वार खुल जाते है और फिर कुछ भी समझने को बाकी नहीं रहता ! वो मेरे और मैं उनका !!!
कृष्णं वन्दे जगतगुरु !!!
कृष्ण का ये स्केच विजय बाबा ने बनाया है : एक भक्त की अपने प्रभु को भेंट !!
दोस्तों , आधी दुनिया की चिंता ये है कि क्या खाए - क्योंकि उनके पास बहुत पैसा है और उनके पास खाने की choices भी बहुत है . और ठीक उसी समय या फिर at any point of given time , बाकी की बची हुई आधी दुनिया की भी यही चिंता है कि क्या खाए - क्योंकि उनके पास खाने के लिए कम से कम खाना भी नहीं है , पैसे नहीं है ,इसलिए खाने की कोई choices भी नहीं है . ये आदिकाल से चला आ रहा एक यक्ष प्रश्न है. आईये संकल्प करे कि जो कुछ भी हमसे हो सके - हम इस दुनिया में भूख को मिटाने में अपना योगदान करे. दोस्तों कम से कम एक मुट्ठी खाना भी अगर किसी को खिला सको तो समझो जी लिया . अन्नदान करिए , इससे बेहतर ख़ुशी का रास्ता कोई और नहीं है ! आपका अपना विजय
मेरे आत्मीय मित्रो नमस्कार आज शिक्षक दिवस है . हम सभी किसी न किसी गुरु को अपनाते है . उनकी शरण में जाते है. पर ये हमें कभी भी न भूलना चाहिए कि माता - पिता के बाद शिक्षक ही प्रथम गुरु है . आईये आज इस पावन दिन पर उन्हें ये बताये कि हमारी ज़िन्दगी में उनका कितना बड़ा योगदान है . आप सभी को शिक्षक दिवस की ढेर सारी शुभकामनाये . प्रणाम आपका अपना विजय